फार्मा, टेक्स्टाइल और फूड प्रोसेसिंग जोन बनेगा गलियारा

फार्मा, टेक्स्टाइल और फूड प्रोसेसिंग जोन बनेगा गलियारा


लैंड बैंक से जूझ रहे गीडा प्रशासन की उम्मीदें औद्योगिक गलियारे को लेकर कुलांचे मार रही हैं। लिंक एक्सप्रेस के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारे के लिए यूपीडा और गीडा प्रशासन द्वारा 1250 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हो रहा है। यूपी बजट में 200 करोड़ रुपये के प्रावधान से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज हो गई है। औद्योगिक गलियारे में फार्मा, टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग जोन भी विकसित होगा।


गीडा में लैंड बैंक की उपलब्धता न होने से बीते दिनों में कई योजनाओं को अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका था। अब औद्योगिक गलियारा के वजूद में आने से फूड प्रोसेसिंग, टेक्स्टाइल पार्क से लेकर फार्मा जोन की उम्मीदें परवान चढ़ने लगी हैं। इसे लेकर प्रमुख सचिव उद्योग की तरफ से भी कवायद हो रही हैं। अलग-अलग फूड प्रोसेसिंग, टेक्स्टाइल पार्क और फार्मा जोन बनने से पूर्वांचल का गीडा नोएडा की तर्ज पर विकसित हो सकेगा। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल का कहना है कि औद्योगिक गलियारा पूर्वांचल की तस्वीर बदलने वाली योजना है। सरकार ने साफ कर दिया है कि यहां फार्मा, टेक्सटाइल और फूड प्रोसेसिंग के लिए अलग-अलग जोन बनेगा।


एनेक्सी भवन में उठी थी फार्मा, टेक्स्टाइल पार्क को लेकर मांग


गीडा एवं फिक्की की ओर से बीते दिसम्बर महीने में एनेक्सी भवन में आयोजित उद्यमी सम्मेलन फार्मा, फूड प्रोसेसिंग पार्क और टेक्स्टाइल पार्क को लेकर मांग उठी थी। तक चैंबर आफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विष्णु प्रसाद अजीत सरिया ने कहा था कि पूर्वांचल कृषि प्रधान एवं बुनकर बहुल क्षेत्र है। इसलिए यहां कृषि पर आधारित फूड प्रोसेसिंग पार्क एवं टेक्स्टाइल पार्क की स्थापना की जरूरत है।


जमीन की उपलब्धता होने से लटकी हुई योजनाएं दोबारा चालू होंगी। लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है। यहां बड़ी-बड़ी कंपनियां आने को इच्छुक हैं। फूड प्रोसेसिंग, टेक्स्टाइल पार्क से लेकर फार्मा जोन की यहां बहुत संभावना है