स्थापना दिवस के उल्लास में डूबा BHU, भव्य आयोजन की तैयारियां पूरी वाराणसी

स्थापना दिवस के उल्लास में डूबा BHU, भव्य आयोजन की तैया


बीएचयू के इतिहास में वसंत पंचमी से महत्वपूर्ण दूसरी तिथि नहीं है। सन-1916 में इसी तिथि को महामना मालवीय ने विश्वविद्यालय की नींव के रूप में एक बिरवा रोपा था। सौ से अधिक वर्षों की सुदीर्घ विकास यात्रा में वह बिरवा अब वटवृक्ष बन चुका है जिसकी झलक गुरुवार, वसंत पंचमी पर निकलने वाली झांकियों में दिखेगी। विश्वविद्यालय के विभिन्न संस्थानों, संकायों में झांकियों की तैयारी अंतिम चरण में है। झांकियों के लिए ब्रोचा छात्रावास से महिला महाविद्यालय तक सड़क के दोनों तरफ बांस-बल्ली लगाई गयी है। 


बीएचयू के स्थापना स्थल पर 30 जनवरी को सरस्वती पूजन के बाद कैंपस में झांकियां निकलनी शुरू होंगी। एनसीसी कैडेट बैंड की धुन पर परेड करेंगे। एनएसएस की अलग झांकी होगी। विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार की सफाई व लाइटिंग भी जारी है। मालवीय भवन तथा कुलपति आवास को को रंगीन लाइटों से सजाया जा रहा है। सड़क के बीच लगे डिवाइडरों का भी रंग रौगन पूरा हो गया है।  


संकायों-संस्थानों से निकलेंगी 29 झांकियां
स्थापना दिवस पर कुल 29 झांकियां निकलेंगी। कैंपस में 17 गर्ल्स और 11 ब्वायज हॉस्टल के अलावा कमच्छा व रीवा कोठी अस्सी स्थित छात्रावासों में सरस्वती प्रतिमा स्थापित होगी।  इनमें एक झांकी ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की थीम पर केन्द्रित होगी। कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ट्रामा सेंटर भवन स्थित विश्वविद्यालय के स्थापना स्थल पर पूजन करेंगे।  


सुबह 7 बजे विश्वविद्यालय के स्थापना स्थल पर पूजन अर्चन होगा। इसके बाद विभिन्न छात्रावासों में मां सरस्वती का पूजन होगा। प्रातः 10 बजे से लक्ष्मण दास अतिथि गृह से सभी संस्थान, संकाय व इकाइयां, स्कूल अपनी विकास यात्रा से सम्बन्धित शोभायात्रा निकालेंगे। इस बार शोभायात्रा में शामिल झांकियों की थीम ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ है। बुधवार को विभिन्न विभाग और संस्थान के छात्र-छात्राओं ने तैयारियों को अंतिम रूप दिया। महिला महावविद्यालय और छात्रावासों में वसंतोत्सव के प्रति काफी उत्साह देखा गया।